हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , पहली मोहर्रम से सफर के आखिरी महीने तक मजालिस का सिलसिला जारी रहता है,और इस दौरान इमाम हुसैन (अ.स.) की शहादत को याद किया जाता है। आशूरा के 40 दिन बाद इमाम हुसैन और कर्बला के 72 शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाती है।
इस मौके पर मेरठ के विभिन्न इमामबाड़ों में शोक समारोह आयोजित किया गया और जै़दी नगर सोसाइटी और छोटी कर्बला घंटाघर से जुलूस निकाले गए.कोरोना महामारी के खतरे पर सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए शोकसभा में लोग शामिल हुए।
उल्लेखनीय है कि पिछले दो वर्षों से कोरोना महामारी के चलते शासन द्वारा जारी आदेशों के कारण जुलूस व सभा का आयोजन नहीं किया गया था.
लेकिन अब जबकि कोरोना में कमी आई है, कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए एक बार फिर मजालिस और जुलूस निकाले गए हैं.
समाचार कोड: 372866
28 सितंबर 2021 - 22:56
हौज़ा/ सफर की 20 तारीख को शिया बरादरी की ओर से कर्बला के शहीदों का चेहलुम मनाया गया चेहलूम के मौके पर अज़ादराने हुसैन ने मजालिस और जुलूस निकाल कर कर्बला के शहीदों को श्रद्धांजलि दी